मरदह गाजीपुर।देश राजनेताओं के हाथ में नहीं बल्कि जनता के हाथ में है।इसलिए जनता को अपना प्रतिनिधि चुनकर भेजने का अधिकार मिला है। लेकिन जनता अपने अधिकार से कई बार भागने का प्रयास करती है।और चुनाव के समय मतदान करने से गुरेज करती है।लेकिन स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि चुनाव में प्रत्येक मतदाता भाग ले और अपने मत का प्रयोग करे लोकतंत्र के लिए एक-एक वोट अमूल्य है।इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने वोट का प्रयोग करना चाहिए।आम आदमी के वोट से ही देश का भाग्य तय होता है।यदि हम भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन चाहते है तो सभी को मतदान प्रक्रिया में अवश्य भाग लेना चाहिए।हमारा वोट केवल हमारा अधिकार ही नहीं बल्कि कर्त्तव्य भी है।हम अधिकारों के प्रति तो सजग रहते है लेकिन कर्त्तव्यों के प्रति नहीं।इसलिए जरूरी है कर्त्तव्य को निभाते हुए मतदान प्रक्रिया में भाग लें।वोट नागरिक का सबसे बड़ा हथियार है।
पहले किसी न किसी प्रत्याशी को चुनना आवश्यक होता था और यदि कोई भी प्रत्याशी हमारी पसंद का न हो तो हम वोटिग से ही परहेज करते थे लेकिन अब नोटा की सुविधा भी दी गई है।इसलिए यदि कोई प्रत्याशी पसंद नहीं है तो सभी को नकारने वाला बटन दबा दो, लेकिन वोट जरूर दो।वोट देने से ही लोकतंत्र को मिलेगी मजबूती:शशांक सिंह