आंगनबाड़ी केंद्रों में फिर से लौटी रौनक,दर्जनों केन्द्र पहले दिन रहे बंद

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मरदह गाजीपुर।कोरोना के तीसरी लहर में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिले भर में स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया था।शासन से अब दोबारा खोले जाने के आदेश के बाद सोमवार को आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्ण रूप से खोला खोला गया।आंगनबाड़ी केंद्रों में फिर से लौटी रौनक।प्रथम दिन ब्लाक के कई आंगनबाड़ियों में बच्चों की प्रतिशत नाममात्र उपस्थिति रही।तो कई केन्द्र में आधे से भी कम बच्चों की उपस्थिति दर्ज की गई।आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रथम दिवस पर नव निहालों को पोषण आहार के साथ-साथ खेल गतिविधियों के माध्यम से नैतिक शिक्षा देने का फरमान था लेकिन सब कागजों में सिमट कर रह गई। वहीं कुपोषण मिटाने के लिए हर केंद्रों में रोजाना नए रुचिकर भोजन परोसने का भी प्रबंध पर ऐसा देखा नहीं जाता है।जिससे बच्चों में केंद्र आने के लिए उत्साह बना रहे।सोमवार को आंगनबाड़ी केंद्रों का टीम ने स्थलीय हकीकत जानने के लिए लगभग एक दर्जन केन्द्रों का दौरा किया जिसमें मात्र दो केन्द्र खुले मिले और शेष में ताला के साथ कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले।नरवर व महेगवाँ गांव में सिर्फ

कार्यकर्ताओं द्वारा नव निहालों को प्रार्थना के बाद बैठाया गया।वहीं केंद्रों में पहुंचे बच्चों में उत्साह देखने को मिला।सोमवार को पहले दिन आंगनबाङी केन्द्र प्राथमिक विद्यालय मरदह पर दिन भर ताला लटकता रहा और तैनात चार कर्मचारी अनुपस्थित रहे।आंगनबाङी केन्द्र मरदह पर सुबह 10 बजे टीम पहुँची तो ताला बंद रहा।इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालय महेगवाँ पर 12:40 बजे पंजीकृत 38 बच्चों में 15 उपस्थित रहे आँगनबाड़ी कार्यकर्ती भगवती वर्मा बच्चों को पढ़ाती हुई मिली।प्राथमिक विद्यालय नरवर 1.15 बजे सहायिका कुमारी पूनम उपस्थित रही,दस बच्चे उपस्थित रहे।तैनात दो कार्यकर्ती व एक सहायिका गायब रही।प्राथमिक विद्यालय कंसहरी पर 1.25 बजे तैनात दो कार्यकत्री व दो सहायिका अनुपस्थित रही।प्राथमिक विद्यालय करदह कैथवली के आंगनबाङी केन्द्र पर 1.30 बजे तक ताला लटकता रहा।प्राथमिक विद्यालय हैदरगंज पर 1.40 बजे केन्द्र बंद रहा तैनात चार कर्मचारी अनुपस्थित रहे।प्राथमिक विद्यालय मटेहूँ 1.46 बजे केन्द्र बंद व तैनात दो कर्मचारी अनुपस्थित रहे।प्राथमिक विद्यालय भीखमपुर 1.50 बजे बंद रहा तैनात दो कर्मचारी गायब रहे।प्राथमिक विद्यालय हमीरपुर केन्द्र बंद रहा तैनात दो कर्मचारी अनुपस्थित रहे।प्राथमिक विद्यालय बिजौरा प्रथम 2.10 बजे व द्वितीय 2.12 बजे तथा प्राथमिक विद्यालय गम्भीरिया 2.18 बजे पर केन्द्र बंद रहा और तैनात आंगनबाङी कार्यकत्री व सहायिका अनुपस्थित रही।किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के लिए सैनिटाइजर व हैंडवास की व्यवस्था नहीं की गई थी।

जानकारी के अनुसार पूरे विकासखंड में 212 आंगनबाङी केन्द्र स्थापित है,जिन्हें संचालित करने के लिए विभाग ने 212 आंगनबाङी कार्यकत्री व 200 सहायिका तैनात हैं।तथा चार सुपरवाईजर व एक सीडीपीओ तैनात हैं।उसके बाद भी नव निहालों के जिन्दगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।अधिकांशतः योजनाएं कागजों में सिमट कर दम तोड़ दे रही है।प्राथमिक विद्यालय महेगवाँ आंगनबाङी केन्द्र के बच्चे शिवम, शिवानी,पियूष,नीरज,अनुष्का, साधू,रेशमा,सुनैना,गोलू,सब्बू, अर्चना ने बताया की हमें अलग से कोई खाना नहीं मिलता है जो प्राथमिक विद्यालय के बच्चे खाते है वह हम खाते हैं।प्राथमिक विद्यालय नरवर के परिसर में चल रहे आँगनबाड़ी केन्द्र में सहायिका कुमारी पूनम कोविड 19 के दिशा निर्देशन में सोशल डिस्टेंस के माध्यम से बच्चों को पढ़ाती हुई मिली इस दौरान देखा गया बच्चों के चेहरे खुशी से खिले हुए थे।