ओमप्रकाश राजभर अखिलेश यादव का साथ छोड़ कर फिर हो सकते है बीजेपी में शामिल

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जहुराबाद गाजीपुर।उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी को एक बार फिर से भारी बहुमत मिला है, जिसके बाद योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को फिर से सीएम पद की शपथ लेंगे। ऐसे में बीजेपी का साथ छोड़कर अगले 5 साल तक सपा की साईकिल पर सवारी करने की सोच रहे नेताओं को बड़ा झटका लगा है, जिसमें से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी हैं।हालांकि अब खबर आ रही है कि ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर से राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की ओर लौट सकते हैं और इसके लिए उन्होंने बीजेपी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात भी की है।

राज्य के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली एसबीएसपी ने 2017 का चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ा था। ओम प्रकाश राजभर ने 2019 तक योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मंत्री के रूप में भी काम किया, जब उन्हें ‘गठबंधन विरोधी गतिविधियों’ के लिए बर्खास्त कर दिया गया था।इसके बाद एसबीएसपी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा।अब चुनाव में भाजपा के बहुमत से जीतकर उत्तर प्रदेश में सत्ता में लौटने के बाद कहा जा रहा है कि एसबीएसपी की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापसी की संभावना है।उन्हें मंत्री पद भी मिल सकता है।शुक्रवार शाम को,ओम प्रकाश राजभर ने कथित तौर पर भाजपा नेताओं अमित शाह,सुनील बंसल और धर्मेंद्र प्रधान से लगभग एक घंटे तक मुलाकात की।एसबीएसपी फिर से भाजपा के गठबंधन में शामिल होगी या नहीं,इस पर अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है।बीजेपी को प्रचंड जीतबीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 403 में से 273 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी कर ली।ओमप्रकाश राजभर जिस विपक्षी गठबंधन में शामिल थे,उसे 125 सीटों से संतोष करना पड़ा।हालांकि,ओमप्रकाश राजभर जिस जहूराबाद विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं,वह गाजीपुर जिले में पड़ता है और गाजीपुर में बीजेपी गठबंधन एक भी सीट जीतने में सफल नहीं हो सका।