गाजीपुर।कासीमाबाद तहसील मुख्यालय से चलकर वाया मरदह बाजार होकर जिला मुख्यालय गाजीपुर जाने वाली परिवहन निगम की गाजीपुर डिपो की बस विगत दो वर्षो से बंद होने के कारण लोगों को करना पड़ रहा काफी दिक्कतो का सामना,एक तरफ जहां लोगों आने जाने में आर्थिक क्षति उठाना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर समय भी बर्बाद हो रहा है।इस बस के चलने के कारण क्षेत्र के लगभग दो दर्जन गांव जिला मुख्यालय से जुड़ते है।इस बस के चलने के कारण मरदह ब्लाक के कासिमाबाद तहसील मुख्यालय से चलकर मरदह होते हुए जिला मुख्यालय को आने जाने वाली यूपी रोडवेज की बस पिछले दो वर्ष से बंद है।इस बस से प्रतिदिन कासिमाबाद गेहुड़ी,बेलसड़ी,सिंगेरा,सेवठा,भीड़वल,कोदई, पण्डितपुरा,नोनरा,मरदह के यात्रीयों के साथ व्यवसायी जिला मुख्यालय से काम करके शाम को लौट आते थे।इस बस के बंद होने से यात्रियों में भारी आक्रोश है।इस बस से यात्रा करने वाले लोग रोडवेज प्रशासन से इस बस को शीघ्र चलाने की मांग किया है।मालूम हो कि उत्तर प्रदेश परिवहन की बस कासिमाबाद से सुबह 6 बजे चलकर सिंगेरा,मरदह,भड़सर, बिरनो,जंगीपुर होते हुए जिला मुख्यालय के लिए प्रतिदिन आती-जाती रही है।शाम को 4 बजे गाजीपुर डिपो से चलकर कासीमाबाद बाजार में 6 बजे शाम को खड़ी हो जाती थी।क्षेत्र की इस महत्वपूर्ण बस को कोरोना की पहली लहर में लगे लाकडाउन में बंद कर दिया गया।यह बस तभी से इस मार्ग पर नहीं चली।इस बस से इस मार्ग के यात्री अपने निजी कार्य के साथ कचहरी आदि के कार्यों के लिए प्रतिदिन आते जाते थे।इसी तरह इस मार्ग पर पड़ने वाले कस्बे के दुकानदार जिला मुख्यालय से बाजार करके इस बस के माध्यम से सामान लेकर लौट आते थे।बस का आने जाने का समय इतना अच्छा था कि लोग उसे हमेशा चलने के लिए पकड़ते थे।अब यह बस पिछले दो वर्षों से बंद चल रही है।इस बस के बंद होने से कासिमाबाद से लेकर इस मार्ग के हर चट्टी चौराहों पर इस बस को पकड़ने वाले लोगों में भारी आक्रोश है। क्षेत्र के विजय बहादुर सिंह,बलवंत सिंह, संदीप सिंह पिन्टू, चन्दन सिहं, गिरीश सिंह,टिंकू यादव,अकरम अहमद,रविप्रताप सिंह,सोनू वर्मा,कृपाशंकर वर्नवाल, जितेन्द्र वर्नवाल,शमशेर अहमद, सत्यम सिंह, कृष्ण गुप्ता, शशी विश्वकर्मा,आदि लोग इस बस को रोडवेज प्रशासन से शीघ्र चलाने की मांग किए हैं।