गाजीपुर।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, संविधान सभा सदस्य, संविधान निर्माण में बाबासाहेब के सहयोगी,पूर्व सांसद,पूर्व केंद्रीय मंत्री,महाराष्ट्र सरकार में 6 बार विधायक एवं मंत्री रहे तथा पद्मश्री सम्मान सम्मानित डॉ रत्नप्पा कुम्भार की 23 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर रामअखाड़ा भुड़कुड़ा जखनिया गाजीपुर के सिद्धपीठ भूमि पर प्रजापति प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया इस आयोजन में विभिन्न जनपद से चलकर प्रजापति समाज के लोग आए। जिसमें अनिल, डॉ सुरजीत, राम शरीख प्रजापति इंद्रेश, आनंद प्रजापति, रामनरेश प्रजापति, तहसीलदार विनोद मनोज प्रजापति प्रभुनाथ प्रजापति आदि लोग उपस्थित रहे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री लालचंद जी ने डॉ रत्नप्पा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ रत्नप्पा जी का जन्म 15 सितंबर 1909 ई को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के नीमसीर नामक गांव में हुआ था ।इनके पिता जी का नाम भरमप्पा कुम्हार और माता का नाम बाली बाई था। उनकी पत्नी का नाम पार्वतीबाई था। भारत की स्वतंत्रता के बाद इनमें संविधान सभा का सदस्य चुना गया संविधान निर्माण बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का क्या भरपूर सहयोग किया 1952 लोकसभा सदस्य चुने गए और केंद्रीय मंत्री भी बने। महाराष्ट्र सरकार में 6 बार लगातार विधायक चुने गए और मंत्री भी रहे। उनके समाज में किये गये कार्यों के कारण 1985में उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया। 23/12/1998 को प्रातः हृदयाघात से आप की मृत्यु हो गई।। प्रजापति प्रतिभा खोज परीक्षा 2021में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को कापी, कलम,बैज और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अक्षतराज प्रजापति और संचालन डॉ अजय कुमार प्रजापति ने किया।