बच्छलकापुरा गंगा तट पर अभी तक पैट्रून ब्रिज का निर्माण अधूरा 

128

रेवतीपुर गाजीपुर।ढाई माह बीत गया बावजूद अभी तक रामपुर- बच्छलकापुरा गंगा तट पर अभी तक पैट्रून ब्रिज का निर्माण नहीं हो सका है,जिसके कारण क्षेत्रीय आमज‌न सहित किसानों को मिनटो का सफर करीब पच्चीस किमी की दूरी रेवतीपुर डेढगावां सुहवल गाजीपुर होते हुए घंटों तय कर मोहम्दाबाद जाने को मजबूर होना पड रहा है । इस मजबूरी का फायदा नाविक मनमाना चार्ज वसूल रहे है इसको लेकर नाविकों व आने जाने वाले लोगों में पैसे को लेकर आए दिन नोकझोंक देखने को मिल रही है ,जो कभी भी संघर्ष में बदल सकता है । लोगों का तो यहां तक कहना है ,इस घोर लापरवाही के पिछे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि से लगायत विभागीय व जिले के आलाधिकारियों की भी अनदेखी का नतीजा है ,ग्रामीणों ने बताया कि उक्त लोगों का क्षेत्र में बराबर आना जाना लगा रहता है ,मगर पैट्रून ब्रिज को लेकर जिस तरह से अनदेखी की जा रही है ,वह समझ से परे है । पीपा कम होने से पुल बनाने का कार्य बंद हो गया है। उधर, अभियंता में यह कहते हुए हाथ खड़े कर लिए है कि पीपा नहीं मिल रहा है. हम क्या कर सकते हैं। ऐसे में इस साल यह पुल संचालित भी हो सकेगा इसमें संदेह है, जबकि इसे ढाई माह पहले ही शुरू हो जाना चाहिए था।इधर विभाग की माने तो इस वर्ष गंगा स्पान( चौडाई ) बढ गई है,जिसके चलते 106 पैट्रून पीपा की जगह कुल 120 पीपे की जरूरत महसूस की जा रही ,मगर विभाग के पास जरूरी चौदह पैट्रून पीपे कम पड रहे है ,जिसके लिए विभागीय स्तर इसके लिए पत्राचार किया गया है,विभागीय अधिकारियों के मुताबिक सबकुछ ठीक रहा तो मकर संक्रान्ति से पहले पैट्रून पीपा पुल का निर्माण पूरा कर आवागमन के लिए जनता को समर्पित कर दिया जायेगा ।

इस संम्बंध में लोनिवि खंड तृतीय के अवर अभियंता महेन्द्र ने बताया कि मकर संक्रांति से पहले पैट्रून पीपा पुल को चालू कर दिया जायेगा ,बताया कि पीपे के लिए जरूरी शेष पीपे की उपलब्धता के लिए विभागीय स्तर पर प्रयास जारी है ।