मरदह गाजीपुर।क्षेत्र की दर्जनों सड़को सहित मटेहूँ चट्टी से सलामतपुर चट्टी तक जाने वाला मार्ग काफी क्षतिग्रस्त होने के कारण वाहन तो दूर पैदल चलना चलना जान जोखिम में डालकर चलना है। मटेहूँ चट्टी से सलामतपुर चट्टी जाने वाली सड़क पूरी तरह जर्जर है।मालूम हो कि वर्षो से जर्जर हो चुकी सड़क पर वाहनों के साथ पैदल चलने के लायक भी नहीं है।मटेहूँ चट्टी से सलामतपुर जाने वाली मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त व जर्जर हो चुकी है।जिसकी लंबाई लगभग 10 किलोमीटर हैं।सड़क के कई जगह टूटे होने के कारण आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हो रही है।दो पहिया वाहन व साइकिल चालकों को निकलने में दिक्कतों सहारा लेना पड़ रहा है।क्षेत्रीय लोगों ने सङक की मरम्मत न होने पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।यह मार्ग टिसौरी,गांई,बहतुरा, बसवारी,घरिहां,चंवर,देवली,झोटारी,महिपालपुर, गोपालपुर, सलामतपुर गांव होते हुए बहादुरगंज व कासीमाबाद तहसील मुख्यालय जाने का मुख्य मार्ग हैं।सङक टूट जाने के कारण जर्जर अवस्था में हो गई है।जिससे दुर्घटना की आंशका बनी हुई है।सड़क के बीच बड़े – बड़े गढ्ढे में होने से दुर्घटनाएं हो रही पर कोई सूध लेने वाला नहीं है।क्षेत्रीय लोग कई बार विभाग सहित क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों को अवगत कराया परन्तु कोई सुधार नहीं हुआ।इस मार्ग पर दर्जनों निजी व सरकारी शिक्षण संस्थान मौजूद है प्रतिदिन इस मार्ग से हजारों लोगों का आवागमन होता है, जो लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करने पर विवश है।क्षेत्र के कृष्णमोहन सिंह,दीपक यादव, अजीत कुमार,विनोद यादव, तारकेश्वर सिंह,अमरजीत सिंह,
राधेश्याम यादव,चन्द्रभान सिंह, सुनील राम,रामू राम,रामदुलार राम,पुंजेश सिंह,जयप्रकाश यादव,विजयी यादव,मुकेश कन्नौजिया,कमलेश यादव,अरूण कुमार यादव,सर्वानंद सिंह, सुशील सिंह,संजय यादव,आदि लोगों ने बताया कि यह मार्ग विगत एक वर्ष से से जर्जर पड़ी हुई है,इसके पूर्व भी मरम्मत कार्य कराया गया था लेकिन एक बरसात भी नहीं बिता पाई।इधर सड़क पर ईट की टुकड़ी गिरा कर छोड़ दिया जा रहा है जो नियम विरूद्ध हैं, डाला गिट्टी की जगह ईट की टुकड़ी गिराना गलत है। बेतरतीब तरीके से सड़क पर बिखरी गिट्टी जानलेवा बनी हुई हैं।