गाजीपुर।किसी भी लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व मतदान दिवस होता है, और भारत तो 26 जनवरी 1950 से ही लोकतांत्रिक देश है ।
जिस प्रकार हमें स्वयं पर क्या अच्छा लगेगा हम इसका बखूबी चुनाव करते हैं परंतु जब यही चुनने का विषय देश के नेतृत्व का आता है तो हम में से कुछ लोग पीछे हट जाते हैं।
हमारा एक मत नीति तय करता है देश की, प्रदेश की क्या दिशा होनी चाहिए वह इसका निर्धारण करने में सहायक होता है हमारे द्वारा चुना गया प्रतिनिधि हमारी मांगों को सबके समक्ष रखते हुए विश्व पटल पर देश एवं प्रदेश को अपने कार्यों से पल्लवित करता है।
इसलिए हमारा अपने जनप्रतिनिधि का चुनाव ऐसा होना चाहिए जो हमारे समाज को, हमारी धरोहर को, हमारे विचारों को सभी के समक्ष रख उनको आगे बढ़ा कर धरोहरों को सुरक्षित और पोषित कर सकें ।
प्रदेश में भी पुनः यह उत्सव की बेला आई है कि हम अपने जनप्रतिनिधि का चुनाव कर सकें।आइए हम सब मिलकर इस मतदान दिवस को शत प्रतिशत मतदान दिवस में परिवर्तित करने का प्रयास करें और एक स्वस्थ विचारों की समावेशी उन्नत सरकार का चयन करें ।।
*सूरज यदुवंश गोल्डेन जिला संयोजक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गाजीपुर (काशी प्रांत)*