महाहर धाम के नाम पर “सनातन तीर्थ श्रृखंला”नामक पुस्तक का विमोचन सम्पन्न

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मरदह गाजीपुर।सिद्धपीठ महाहर धाम के नाम पर “सनातन तीर्थ श्रृखंला” नामक पुस्तक का विमोचन विधि विधान पूर्वक सोमवार की देर शाम को विद्धानजनों द्वारा शंखनाद किया गया।मालूम हो कि इस पुस्तक के विमोचन का कार्य दो वर्षो तक सभी तरह के प्रयास कर थक चुकने के बाद भी शशिधर सिंह ने हार नहीं मानी और किसी क्षण-विशेष में जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के पूर्व कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह से अपनी चिंता कह सुनाई आध्यात्मिक चेतना सम्पन्न हरिकेश सिंह ने ही इस पुस्तक सिद्ध पीठ महाहर धाम के प्रकाशन को सुनिश्चित किया।जिसकी औपचारिकता अब जाकर पूरी।विमोचन कार्य का मंगला चरण,शिव अर्चना, सरस्वती वंदना,से शुभारंभ करते हुए पुस्तक का लोकार्पण किया गया।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मां मैत्रायणी देवी ने अपने संबोधन में कहाँ कि क्षेत्र के पृथ्वीपुर गांव निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक शशिधर सिंह द्वारा लिखित 36 पृष्ठ के इस पुस्तक में यथा सामथ्र्य महाहर धाम का माहात्म्य इस कृति में समाहित करने का प्रयास किया गया है।जो वंदनीय है,जिस प्रकार प्रभु श्री राम के पिता महाराज दशरथ इस महाहर धाम की स्थापना के साथ ही सदा सदा के लिए अमर हो गए,ठीक उसी प्रकार इस कृति के प्रकाशन के साथ ही बाबू शशिधर सिंह भी लोक – स्मृति में महादेव के अनन्य भक्त के रुप में बने रहेंगे। प्रोफेसर डा.हरिकेश सिंह ने कहा कि पुण्य-धाम की कथा अतीत में त्रेतायुग तक जाती है, जिसका सिलसिलेवार वर्णन इस पुस्तक में किया गया है आशा है कि “सनातन तीर्थ श्रृखंला” की इस पहली पुस्तक का लाभ आम-जन को कथा और इतिहास रूप में तो मिलेगा ही साथ ही साथ श्रीरूद्राष्टक और श्री गणेश आरती से भी उन्हें नियमित जीवन के कष्टों से उबरने में सहायक मिलेगी।अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।इस मौके पर ब्लुबक प्रकाशक समाजसेवी ज्योतिषविद् अजय आनंद, मंयक सिहं,विक्रमा यादव,यशवंत सिंह,बागीश पाण्डेय,देवधारी राम,मुन्ना तिवारी, ओंकार चौबे,अनंत देव पाण्डेय,रमेश सिंह पप्पू, मौजनाथ गिरी,शिवमोहन शर्मा,जयप्रकाश सिंह,लालजी सिंह,लक्ष्मण सिंह, अशोक सिंह,लल्लन सिंह, महेन्द्र सिंह,विरेन्द्र सिंह, रामबली सिंह,राजनाथ सिंह,अनिल यादव,बृजेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।