गाजीपुर।डायट सैदपुर में वृहस्पतिवार को राजकीय माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्यों एवम प्रधानाध्यापकों का नेतृत्व विकास प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रशिक्षण राष्ट्रीय विद्यालय नेतृत्व केंद्र एवं राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय नई दिल्ली (नीपा) के सहयोग से समग्र शिक्षा माध्यमिक उत्तर प्रदेश द्वारा डायट सैदपुर में संपन्न हुआ । प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर उप शिक्षा निदेशक उदयभान ने कहा कि एक प्रधानाचार्य के सामने कई तरह की व्यावहारिक समस्याएं आती है। संस्था को हर परिस्थिति में अच्छे ढंग से चला लें यह चुनौती उनके सामने होती है। उन्होंने बताया कि सीखने सिखाने की प्रक्रिया और मनोविज्ञान वर्तमान समय में बदल गया है। हमें सीखने की प्रवृति विकसित करने की आवश्यकता है। जिम्मेवारियों का बंटवारा करने से कार्य में सुधार होगा। शिक्षा की तकनीक में बदलाव आया है उसे हमें सीखने की आवश्यकता है ।इस अवसर पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या रागिनी श्रीवास्तव ने कहा की शैक्षिक नेतृत्वकर्ता के सामने कई तरह की चुनौतियां होती है। हमें अपने भौतिक एवं मानवीय संसाधनों को पहचान कर उनका उपयुक्त तरीके से नियोजन करना आवश्यक होता है। वित्तीय एवं तकनीकी जानकारी का होना भी अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रवक्ता राजीव पाठक ने कहा कि हमें अनुभवों से सीखने की जरूरत है। संसाधनों का बेहतर उपयोग कैसे करें इस दिशा में सोचने की जरूरत है। हमें अपनी कक्षा में ज्ञान के सृजन पर बल देने की जरुरत है। बेहतर नियोजन से कार्य की उपलब्धि गुणवत्ता परक होगी। हम सभी में नेतृत्व कर्ता के गुण विकसित करने होंगे। आज की आवश्यकता है कि हम अपने सूचना प्रबंधन पर भी विशेष बल दें। कार्यक्रम का संचालन करते हुए हरिओम प्रताप यादव ने नेतृत्व के विभिन्न क्षेत्रों, नेतृत्व की शैलियों, नेतृत्व के गुणों की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया। इस प्रशिक्षण में राजकीय इंटर कालेज गाजीपुर के प्रधानाचार्य दिनेश यादव और पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय इंटर सिधौली के प्रधानाचार्य ओमप्रकाश यादव संदर्भदाता के रूप में अपना योगदान दिया । इस प्रशिक्षण का समन्वय प्रवक्ता राकेश यादव एवम आलोक कुमार ने किया ।प्रशिक्षण के समाप्ति पर फीड बैक लिया गया तथा सभी को प्रमाणपत्र एवम डायट द्वारा प्रकाशित पत्रिका सिद्धि दिया गया ।