राष्ट्रपति पुरस्कार,नारी अस्मिता,यू.पी रत्न,कायस्थ रत्न शान-ए-अवध और भी बहुत से पुरस्कारों से नवाजा गया

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लखनऊ।मुनाल महोत्सव में लखनऊ की सुप्रसिद्ध,‌ आकाशवाणी और दूरदर्शन की ग्रेडेड कलाकार।जिन्होंने संस्कृति विभाग,पर्यटन विभाग,उत्तर मध्य सांस्कृतिक केंद्र भारत सरकार,सूचना विभाग के विभिन्न प्रतिष्ठित मंचों से अपनी प्रस्तुति दी हैं।एवं कलर्स टी वी के राइसिंग स्टार, महुआ,भोजपुरी सिनेमा एवं बहुत से चैनल पर प्रस्तुति दे चुकी हैं।राष्ट्रपति पुरस्कार,नारी अस्मिता,यू.पी रत्न,कायस्थ रत्न शान-ए-अवध और भी बहुत से पुरस्कारों से नवाजा गया है।लोकगायिका प्रीति लाल ने मां शारदे की वंदना,”विनय करहूं सारदा मइया पत राखौ महारानी “से कार्यक्रम का आरम्भ किया।बसंत ऋतु के उपलक्ष्य में उन्होंने ऋतुराज बसंत घर आयो अंगना,आई बसंत ऋतु अइहै बलमुआ, इसके बाद फाग गीत -हो लाही सरसों रंग कटेहिया,ब्रज की होरी-रंग डारों न कान्हा भीजत चुनरी,इसके बाद भोलेनाथ की होरी-शिव शंकर खेलैं फाग गौरा संग लिए,होरी-होरी खेलैं रघुबीरा अवध मा होरी खेलैं रघुबीरा।कार्यक्रम के अंत में मुनाल महोत्सव के प्रमुख विक्रम बिस्ट ने उनको प्रशस्ति पत्र,पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया।इसमें ढोलक वादक राजकुमार राज कीबोर्ड पर चंद्रेश पांडेय ने शानदार संगत की।अंजलि सिंह ने एंकरिग की वही घुंघरू मंजीरा पर सीमा अग्रवाल,मंजुला श्रीवास्तव,रचना गुप्ता,अनिता सिन्हा,अवनीश शुक्ला इत्यादि ने साथ दिया।मनीषा ने मनमोहक नृत्य से संगत दी।